योग, प्राणायाम छात्र छात्राओं का मानसिक विकास के साथ शाररिक और व्यक्तित्व को भी सुधारता है
देहरादून। विश्वभर में आज अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस धूमधाम से मनाया जा रहा है, विभिन्न कार्यालयों, शैक्षणिक संस्थानों, पार्कों आदि में लोग योग करते नजर आए। 10वें अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर केन्द्रीय संचार ब्यूरो सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय भारत सरकार एवं नेहरू युवा केन्द्र देहरादून (युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्रालय भारत सरकार) की ओर सीआईएमएस एंड यूआईएचएमटी ग्रुप ऑफ कॉलेज देहरादून में योग शिविर का आयोजन किया गया, जिममें संस्थान के छात्र-छात्राओं, संस्थान के चेयरमैन व नेहरू युवा केन्द्र देहरादून से आए विभिन्न गणमान्य व्यक्तियों ने भी योग कर निरोग रहने का संदेश दिया।
योग शिविर में मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित सीआईएमएस एंड यूआईएचएमटी ग्रुप ऑफ कॉलेज के चेयरमैन एडवोकेट ललित मोहन जोशी ने सभी को अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस की शुभकामनाएं देते हुए कहा है कि हमारे ऋषि-मुनियों से चली आ रही परम्परा को आज अन्तर्राष्ट्रीय पहचान मिली है, हमें एक दिन नहीं बल्कि योग को अपनी दिनचर्या का हिस्सा बनाना होगा। और अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के सुअवसर सभी छात्र छात्राओं से नशा मुक्त भारत अभियान से भी जुड़ने का आह्वान किया।
नेहरू युवा केन्द्र संगठन उत्तराखण्ड के राज्य निदेशक रूचित्र नारायण त्यागी ने योग शिविर को संबोधित करते कहा कि योग हमें कई तरह की बीमारियों से दूर रखता है। उन्होंने कहा कि हमारे देश में मोटापा बीमारी का रूप ले रहा है, आने वाले समय में बहुत अधिक लोग इससे ग्रस्त हो सकते हैं। हम प्रतिदिन योग के माध्यम से इसे रोक सकते हैं। इसलिए हम सबको योग को अपनी दिनचर्या का हिस्सा बनाना होगा।
योग शिविर में केन्द्रीय संचार ब्यूरो सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय देहरादून के सहायक निदेशक डॉ. संतोष आशीष, क्षेत्रीय कार्यक्रम अधिकारी एन. एस. नयाल, नेहरू युवा केन्द्र देहरादून के जिला युवा अधिकारी अविनाश कुमार सिंह, लेखा एवं कार्यक्रम सहायक प्रवेश सिंह बजवाल, उत्तराखण्ड डिफेंस एकेडमी से मोहित बिष्ट, सीआईएमएस एंड य़ूआईएचएमटी ग्रुप ऑफ कॉलेज एवं उत्तराखण्ड डिफेंस एकेडमी के 200 से अधिक छात्र-छत्राएं उपस्थित रहे।
कार्यक्रम में योग प्रशिक्षक शालिनी गुरूंग ने उपस्थित लोगों को योगाभ्यास कराया, वहीं प्रयास मंच की टीम में योग के प्रति जागरूकता को लेकर नुक्कड़-नाटक की प्रस्तुति दी।