कुमाऊँ में खुलेगी एसडीआरएफ की नई बटालियन
होमगार्ड के जवानों आपदा प्रबन्धन की ट्रेनिंग दे एसडीआरएफ में मिलेगी तैनाती
देहरादून। अब कुमाऊँ में एसडीआरएफ की नई बटालियन खोली जाएगी। साथ ही होमगार्ड के जवानों को आपदा प्रबन्धन की ट्रेनिंग देकर एसडीआरएफ में तैनात किया जाएगा। समीक्षा बैठक में जल पुलिस एवं बाढ़ राहत पीएसी दल का एसडीआरएफ में विलय पर भी सहमति बनी। पुलिस महानिदेशक अभिनव कुमार ने एसडीआरएफ के कार्यों की समीक्षा की। समीक्षा बैठक में पुलिस महानिदेशक ने किसी भी आपदा में रिस्पांस टाइम को सुधारने, दक्षता बढ़ाने समेत कई मसलों पर दिशा निर्देश दिए। आवश्यक कार्यवाही के बाद समीक्षा बैठक के फैसलों को अमल में लाया जाएगा।
बैठक में इन मुख्य बिंदुओं पर फैसला लिया गया
1. कुमाऊँ परिक्षेत्र में एसडीआरएफ की नई बटालियन खोले जाने पर विचार किया गया।
2. होमगार्ड के जवानों को भी आपदा प्रबन्धन एवं अन्य आवश्यक प्रशिक्षण कराकर एसडीआरएफ में तैनात किया जाए।
3. जल पुलिस एवं बाढ़ राहत पीएसी दल का एसडीआरएफ में विलय किया जाएगा। इससे वाटर रेस्क्यू में एसडीआरएफ की कार्यदक्षता में बढ़ोत्तरी होगी।
4. एसडीआरएफ को और अधिक सुदृढ़ किया जाएगा। राहत एवं बचाव कार्य हेतु अत्याधुनिक उपकरणों को क्रय करने के सम्बन्ध में भी निर्णय लिये गये।
5. हाई एल्टीट्यूड रेस्क्यू ऑपरेशन में दक्षता बढ़ाने के लिए हेली स्लाइडरिंग प्रशिक्षण कराया जाए।
6. किसी भी आपदा के समय कार्यवाही के लिए Readiness, Response और Post Response की एसओपी तैयार करने हेतु निर्देशित किया।
पुलिस महानिरीक्षक, एसडीआरएफ- श्रीमती रिधिम अग्रवाल ने एसडीआरएफ की जनशक्ति, उपलब्ध उपकरणों, चुनौतियों एवं भविष्य की कार्य योजना पर प्रस्तुतिकरण दिया। अपर पुलिस महानिदेशक, प्रशासन अमित Expert ने कहा कि टीम की क्षमता को बढ़ाते हुए उच्च प्रशिक्षण प्रदान कराया जाएगा। आपदा में ड्रोन की अहम भूमिका रहती है। इसलिए एसडीआरएफ के मूलभूत प्रशिक्षण में ड्रोन प्रशिक्षण को भी सम्मिलित किया जाए। बैठक में मणिकांत मिश्रा, सेनानायक एसडीआरएफ सहित अन्य पुलिस अधिकारी उपस्थित रहे।