Headline
आपदा न्यूनीकरण और क्षमता निर्माण परियोजनाओं के लिए 1115.67 करोड़ मंजूर
आपदा न्यूनीकरण और क्षमता निर्माण परियोजनाओं के लिए 1115.67 करोड़ मंजूर
संभल हिंसा: हालात में सुधार, स्कूल खुले लेकिन इंटरनेट सेवा अभी भी बंद
संभल हिंसा: हालात में सुधार, स्कूल खुले लेकिन इंटरनेट सेवा अभी भी बंद
कैबिनेट मंत्री रेखा आर्या ने युवा पीढ़ी को दिलायी संविधान संवत् रहने की शपथ
कैबिनेट मंत्री रेखा आर्या ने युवा पीढ़ी को दिलायी संविधान संवत् रहने की शपथ
संकाय सदस्यों की नियुक्ति से मेडिकल कॉलेजों को मिली ताकत
संकाय सदस्यों की नियुक्ति से मेडिकल कॉलेजों को मिली ताकत
संविधान दिवस के अवसर पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने संसद के संयुक्त सत्र को किया संबोधित 
संविधान दिवस के अवसर पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने संसद के संयुक्त सत्र को किया संबोधित 
क्या संभल हिंसा में तोड़ दिया गया सदियों पुराना कल्कि मंदिर? यहां जानें क्या कहती है 1879 की ASI रिपोर्ट
क्या संभल हिंसा में तोड़ दिया गया सदियों पुराना कल्कि मंदिर? यहां जानें क्या कहती है 1879 की ASI रिपोर्ट
कोहरा शुरू होते ही ट्रेनों की रफ्तार औसत 110 किमी प्रति घंटा से घटाकर की गई 75 किमी प्रति घंटा 
कोहरा शुरू होते ही ट्रेनों की रफ्तार औसत 110 किमी प्रति घंटा से घटाकर की गई 75 किमी प्रति घंटा 
वॉशिंग मशीन की सफाई पर नहीं दिया ध्यान तो हो सकते हैं बीमार, जरा सी लापरवाही से पनप सकता है इन्फेक्शन
वॉशिंग मशीन की सफाई पर नहीं दिया ध्यान तो हो सकते हैं बीमार, जरा सी लापरवाही से पनप सकता है इन्फेक्शन
ईएसआई कवरेज की धीमी प्रक्रिया पर मुख्य सचिव ने जताई नाराजगी
ईएसआई कवरेज की धीमी प्रक्रिया पर मुख्य सचिव ने जताई नाराजगी

संकाय सदस्यों की नियुक्ति से मेडिकल कॉलेजों को मिली ताकत

संकाय सदस्यों की नियुक्ति से मेडिकल कॉलेजों को मिली ताकत

दून व हरिद्वार मेडिकल कॉलेज में मिले एक दर्जन विशेषज्ञ चिकित्सक

मेडिकल छात्रों को मिलेगा बेहतर प्रशिक्षण व क्लीनिकल सेवाओं में होगा सुधार

देहरादून। राजकीय दून मेडिकल कॉलेज व हरिद्वार मेडिकल कॉलेज में विभिन्न संकायों में एक दर्जन विशेषज्ञ चिकित्सकों की नियुक्ति को राज्य सरकार ने मंजूरी दे दी है। विशेषज्ञ चिकित्सकों की नियुक्तियां संविदा के आधार पर सभी राजकीय मेडिकल कॉलेजों में की जा रही है ताकि मेडिकल छात्रों की पढ़ाई व प्रशिक्षण प्रभावित न हो और सम्बद्ध अस्पतालों में आमजन को बेहतर उपचार सुलभ हो सके।

चिकित्सा शिक्षा विभाग के अंतर्गत संचालित प्रदेशभर के मेडिकल कॉलेजों में विशेषज्ञ चिकित्सकों की तैनाती को लेकर राज्य सरकार ने कमर कसी है। सरकार का मकसद सभी राजकीय मेडिकल कॉलेजों में संकाय सदस्यों के शतप्रतिशत पदों को भरना है ताकि मेडिकल छात्रों को पढ़ाई के साथ बेहतर प्रशिक्षण दिया जा सके। जिसके लिये सरकार ने हेमवती नंदन बहुगुणा उत्तराखंड चिकित्सा शिक्षा विश्वविद्यालय के कुलपति की अध्यक्षता में एक साक्षात्कार समिति का गठन किया है, जो वॉक-इन-इंटरव्यू के माध्यम से विशेषज्ञ चिकित्सकों का चयन कर विभाग को सौंप रही है। इसी क्रम में चयन समिति द्वारा एक दर्जन विशेषज्ञ चिकित्सकों का चयन किया गया है। जिनकी नियुक्ति की मंजूरी राज्य सरकार ने दे दी है। जिनमें से आधा दर्जन विशेषज्ञ चिकित्सकों को राजकीय दून मेडिकल कॉलेज तथा आधा दर्जन विशेषज्ञ चिकित्सकों को हरिद्वार मेडिकल कॉलेज में नियुक्ति दी गई है।

साक्षात्कार समिति द्वारा दून मेडिकल कॉलेज में प्लास्टिक सर्जरी विभाग में एसोसिएट प्रोफेसर पद डॉ. आकाश सक्सेना का चयन किया गया। जबकि ऑब्स एंड गायनी विभाग में डॉ. नेहा कचरू, रेडियो डाग्नोसिस विभाग में डॉ. राहुल कुमार सिंह, एनेस्थिसिया में डॉ. विजिता पाण्डेय का चयन असिस्टेंट प्रोफेसर पद पर हुआ है। बर्न यूनिट में मेडिकल ऑफिसर पद पर डॉ. राजदीप बिन्द्रा तथा इमरजेंसी मेडिसिन मे डा. नवजोत का इमरजेंसी मेडिकल ऑफिसर पद पर चयन हुआ है। इसी प्रकार हरिद्वार मेडिकल कॉलेज में पैथोलॉजी विभाग में डॉ. प्रज्ञा सक्सेना तथा एनेस्थिसिया विभाग में डॉ. शैलेश कुमार लोहनी का चयन एसोसिएट प्रोफेसर पद पर हुआ है।

इसी प्रकार कम्युनिटी विभाग में डॉ. शालिनी शर्मा, पीडियाट्रिक्स में डॉ. राजन मोहन, फिजियोलॉजी में डॉ. संध्या एम. तथा ऑर्थोपेडिक्स विभाग में डॉ. आकाशदीप सिंह का चयन असिस्टेंट प्रोफेसर पद पर चयन हुआ है। इन सभी चयनित विशेषज्ञ चिकित्सकों की नियुक्ति संविदा के माध्यम से आगामी तीन वर्ष अथवा उक्त पदों पर नियमित नियुक्ति होने तक जो भी पहले हो के लिये की गई है। विशेषज्ञ चिकित्सकों की नियुक्ति से मेडिकल कॉलेजों को नई ताकत मिलेगी। जिससे मेडिकल छात्र-छात्राओं को उच्च स्तरीय पढ़ाई के साथ-साथ बेहतर प्रशिक्षण मिल सकेगा।

बयान-
राजकीय दून मेडिकल कॉलेज व हरिद्वार मेडिकल कॉलेज में एक दर्जन और विशेषज्ञ चिकित्सकों की नियुक्ति कर दी है। संकाय सदस्यों की नियुक्ति न केवल चिकित्सा छात्रों को उच्चस्तरीय शिक्षण प्राप्त होगा बल्कि कॉलेजों में रिसर्च और क्लीनिकल सेवाओं की गुणवत्ता में भी सुधार होगा। –डॉ. धन सिंह रावत, चिकित्सा स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा मंत्री, उत्तराखंड सरकार।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back To Top