दुर्लभ हृदय रोग ’सेप्टल डिफेक्ट’ से पीड़ित प्रदीप को डा. विकास सिंह ने दी नई जिंदगी
देहरादून। उत्तराखंड में पीपीपी मोड पर संचालित हो रहा मेडिट्रिना अस्पताल हृदय रोगियों के लिए संजीवनी साबित हो रहा है। मेडिट्रिना अस्पताल में हृदय रोगियों को बेहत्तर ईलाज मिलने के साथ ही आयुष्मान योजना के जरिए लाखों रूपयों के ऑपरेशन भी निषुल्क हो रहे हैं। आर्थिक रूप से कमजोर मरीजों के लिए अस्पताल व वहां काम कर रही डॉक्टरों व मेडिकल स्टाफ की टीम देवदूत से कम नहीं है। देश और प्रदेश के नामी गिरामी अस्पतालों से निराश होकर आये मरीजों के लिए मेडिट्रिना अस्पताल उम्मीद की किरण साबित हो रहा है। आइये पढ़ते हैं ऐसे ही मरीज के बारे में जिनको डॉक्टर विकास व उनकी टीम ने नई जिंदगी देने का काम किया है।
जौनसार के क्वानू ब्लाक निवासी 17 वर्षीय प्रदीप को नया जीवन मिल गया। प्रदीप दुलर्भतम रोगों में से एक सेप्टल डिफेक्ट से पीड़ित थे। हैरानी की बात यह है कि अभी तक इनके इस रोग का सही डायग्नौसिस ही नहीं हुआ था। सही डायग्नौसिस भी मेडिट्रिना हास्पिटल में ही आपरेशन करने वाले डा. विकास सिंह ने ही किया। इसके बाद ही प्रदीप का यह अति दुर्लभ रोग समझ में आ पाया। आर्थिक तौर पर बेहद कमजोर परिवार से ताल्लुक रखने वाले प्रदीप को भी उम्मीद नहीं थी कि वह कभी भी इस रोग से उबर पाएंगे। लेकिन कोरोनेशन अस्पताल परिसर में मेडिट्रिना हॉस्पिटल में हृदय रोग के सुपर स्पेशलिस्ट डा. विकास सिंह ने आपरेशन कर प्रदीप को नवजीवन दे दिया। इससे उसकी मां मैना देवी व पिता रूप राम फूलों नहीं समा रहे।
सुपर स्पेशलिस्ट डा. विकास सिंह ने बताया कि यह रोग इतना खतरनाक है कि जन्म से लेकर युवाअवस्था तक दस लोग भी नहीं बच पाते हैं। यह संख्या पूरी दुनिया की है। प्रदीप की हालत बहुत खराब थी। आपरेशन बहुत अधिक जोखिम भरा था। उन्होंने सीटी स्कैन समेत तमाम जांच कर रोग की वास्तविकता समझ ली। उन्होंने बताया कि प्रदीप अब सामान्य जीवन जी सकेगा। उसका रोग संबंधी संकट हमेशा के लिए समाप्त हो गया। डॉ विकास सिंह ने बताया इस जटिल आपरेशन में डॉ संदीप मालवीय की सलाह बहुत महत्वपूर्ण रही है। ऑपरेषन टीम में डा. भास्कर, डा. प्रवीण, डा. संजित, धर्मेंद्र, पवन, तस्लीम, जीनू, श्वेता, संजना, संगीता, प्रतिभा काला का अहम योगदान रहा।
आयुष्मान से मेडिट्रिना में मुफ्त में हो गया 35 लाख का
रूपराम और परिवार के लोग प्रदीप को इलाज के लिए मेदांता अस्पताल ले गए तो चिकित्सकों ने उनको साफ साफ कह दिया गया कि इसके आपरेशन में 35 लाख रुपये खर्च होंगे। इससे उनके होश उड़ गए। किसी तरह ये लोग मेडिट्रिना पहुंचे जहां आयुष्मान कार्ड योजना के कारण प्रदीप का इलाज पूरी तरह से मुफ्त में हो गया। पिता रूप राम ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की आयुष्मान योजना और डा. विकास सिंह के कारण उनके बेटे का इतना जोखिम भरा आपरेशन सफलतापूर्वक संपन्न हो गया।
देश के नामी हार्ट सर्जनों में होती है डॉ विकास सिंह की गिनती
आपको बता दें कि डॉक्टर विकास सिंह देहरादून में मेडिट्रिना अस्पताल की स्थापना के समय से लगातार अपनी सेवायें दे रहे हैं। डॉक्टर विकास सिंह पूर्व में मेदांता द मेडिसिटी गुरूग्राम में अपनी सेवायें दे चुके हैं। उन्होंने केजीएमयू लखनऊ से एमएस-एमसीएच (सीटीवीएस) की मेडिकल की पढ़ाई की है। उनकी गिनती देष के नामी हार्ट सर्जनों में होती है। वह हार्ट सर्जरी से कई बच्चों, युवाओं और बुर्जंगों को नई जिंदगी दे चुकी है। बता दें कि देहरादून स्थित मेडिट्रिना अस्पताल प्रदेश का पहला अस्पताल है जो की आधुनिक विधि से आयुष्मान के माध्यम से निशुल्क इलाज कर रहा है। डॉक्टर विकास सिंह ने बताया इसके अलावा अस्पताल में सभी प्रकार की हृदय से संबंधित सभी प्रकार की समस्याओं का इलाज विश्वस्तरीय तकनीक से इलाज किया जाता है।
नई तकनीक से मिल रहा रोगियों को लाभ
आपको बता दें कि इसके साथ ही मेडिट्रिना अस्पताल में मिनिमल इनवेसिव कार्डियक सर्जरी का लाभ आयुष्मान कार्ड धारकों को भी मिल रहा है। आमतौर पर इस तकनीक के माध्यम से इलाज कराने में 4 से 5 लाख रुपए तक का खर्चा आता है। परंतु देहरादून स्थित मेडिट्रिना अस्पताल में डॉक्टर विकास सिंह तथा उनकी टीम द्वारा आयुष्मान कार्ड धारकों का इस अत्याधुनिक विधि से निशुल्क ऑपरेशन किया जा रहा है।