हल्द्वानी। उत्तराखंड की लोक संस्कृति, संस्कारों और परंपराओं का चित्रण अब पूरी दुनिया एक ही डिजिटल प्लेटफार्म पर देख पाएगी। इसके लिए कुमाऊनी और गढ़वाली फिल्मों का पहला ओवर द टॉप (ओटीटी) माध्यम लांच किया गया है। इसमें पहाड़ की वादियों के अलौकिक और मनमोहक दृश्यों के बीच फिल्माए गए गीतों व फिल्मों की संपूर्ण श्रृंखला उपलब्ध होगी। इस मंच पर नई ही नहीं पुरानी फिल्में देखने को मिलेगी। साथ ही यह प्रयास उत्तराखंडी फिल्म इंड्रस्टी को नए आयाम प्रदान करने में लाभकारी साबित हो सकता है। नैनीताल रोड स्थित एक रेस्टोरेंट में शुक्रवार को उत्तराखंडी फिल्मों के ओटीटी प्लेटफार्म अम्बे सिने को लांच किया गया है। प्लेटफार्म शुरू करने वाली संस्था के प्रतिनिधि बीके ध्यानी ने दावा किया कि यह उत्तराखंड फिल्मों का पहला संयुक्त एप्लिकेशन है। इसे गूगल प्ले स्टोर और एप स्टोर से डाउनलोड किया जा सकता है।
बीके ध्यानी ने कहा अभी तक कुमाऊनी और गढ़वाली फिल्में वित्तीय संकट झेलती थी। ऐसे में फिल्म निर्माता भी बचते थे। मगर इंटरनेट मीडिया के दौर में नए आयाम स्थापित हो रहे हैं। ऐसे में उत्तराखंडी फिल्मों के विकास के लिए ओटीटी माध्यम तैयार कर नई पहल की गई है। इसमें बेहद न्यूनतम सब्स्क्रिप्शन शुल्क रखा गया है। बीके ध्यानी ने बताया कि इसमें 80 पुरानी, नई उत्तराखंडी फिल्में और वेब सीरीज उपलब्ध हैं। इस मौके पर चंद्रकांत नेगी, वरिष्ठ पत्रकार चारू तिवारी, नरेंद्र टोलिया आदि मौजूद रहे।